Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर) Hindi Quotes
1
मंदिर की गंभीर उदासी से बाहर भागकर बच्चे धूल में खेलते हैं, भगवान् उन्हें खेलता देखते हैं और पुजारी को भूल जाता हैं
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)2
एक कलाकार प्रकृति का प्रेमी होता है, वो उसका दास भी होता है और स्वामी भी।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)3
आवश्यकता समाप्त होने के बाद जो वस्तु अवशिष्ट रह जाती है वही सौंदर्य है जो हमें प्राप्ति के रूप में मिलता है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)4
आस्था उस पक्षी समान है जो सुबह अँधेरा होने पर भी उजाले को महसूस करती है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)5
जो कुछ हमारा है वो हम तक आता है यदि हम उसे ग्रहण करने की क्षमता रखते हैं।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)6
हर एक वो कठिनाई जिससे आप बचते हैं, भूत बनकर आपकी नींद में बाधा डालेगी।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)7
चिड़िया कहती है कि काश मैं बादल होती और बादल कहता है कि काश मैं चिड़िया होता।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)9
जो प्रेम करता हैं उसे ही दंड देने का अधिकार होना चाहियें।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)10
परमात्मा की खोज प्रेम से शुरू होती है। प्रेम ही सभी धर्मों का आधार है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)11
पंखुरिया तोड़ कर आप फूल की खूबसूरती को इकट्ठा नहीं करते हैं।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)13
हमारा प्रत्येक अगला दिन पिछले दिन से कुछ ऐसे ढंग का हो, जिससे हमने कुछ नया सीखा है ।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)14
प्रेम एक भावना नहीं है बल्कि एक वास्तविकता है, यह एक परम सत्य है जो सृजन के समय से ह्रदय में वास करता है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)15
मृत्यु प्रकाश को बुझा नहीं रही है बल्कि यह केवल दीपक को बाहर रख रही है क्योंकि भोर हो गया है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)16
सौंदर्य नरक में भी है, पर वहाँ रहने वाले उसकी पहचान नहीं कर पाते यही तो उनकी सबसे बड़ी सजा है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)17
अकेले फूल को कई काँटों से ईर्ष्या करने की जरूरत नहीं होती।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)18
चंद्रमा अपना प्रकाश संपूर्ण आकाश में फैलाता है परंतु अपना कलंक अपने पास ही रखता है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)19
आपका दिमाग चाकू और ब्लेड की तरह है, यह आपको नुकसान पंहुचा सकता है यदि आप इसका प्रयोग सही नहीं करेंगे।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)20
सर्वश्रेठ शिक्षा वो है जो सिर्फ हमें जानकारी ही नहीं देती बल्कि हमारे पूरे जीवन को समस्त अस्तित्व के साथ सद्भाव में लाती है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)22
जो व्यक्ति अधिकतर चीज़ो पर अपना स्वामित्व रखता है, उसके पास डरने की कई वजह होती हैं।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)23
जब में अपने आप पर हँसता हूँ तो जो मेरे अंदर बोझ है वो कम हो जाता है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)24
ऊँचे स्तर पर पहुँचें, क्योंकि तारे आपके भीतर छिपे हैं। हर सपने के लिए, लक्ष्य से पहले सपने देखें।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)25
तितली महीने नहीं बल्कि क्षणों की गिनती करती है और उसके पास पर्याप्त समय होता है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)26
हम महानता के करीब तभी आ सकते हैं जब हम विनम्रता में महान हों।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)27
पृथ्वी द्वारा स्वर्ग से बोलने का अथक प्रयास हैं ये पेड़।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)28
प्रेम रुपी उपहार दिया नहीं जा सकता, यह स्वीकार किए जाने की प्रतीक्षा करता है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)29
हम इस दुनिया को तभी जी पायेंगे जब हम इस दुनिया से प्रेम करें।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)30
यदि आप सभी गलतियों के लिए दरवाज़े बंद कर देंगे तो सत्य बाहर रह जायेगा।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)31
आप किनारे खड़े होकर पानी को देखते रहने से समुद्र पार नहीं कर सकते।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)32
मैं सो गया और सपना देखा तो जीवन आनंदमय था। मैं जागा और देखा कि जीवन सेवा है। मैंने अभिनय किया और देखा, सेवा खुशी थी।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)33
विश्वास उस पक्षी की तरह है जो प्रकाश को महसूस करता है और जब शांत अंधेरा होता है तो गाता है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)34
इंसान की रचनात्मक आत्मा की यथार्थ के पुकार के प्रति प्रतिक्रिया ही कला है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)35
आपको किसी भी चीज़ को प्राप्त करने के लिए पूरी कीमत चुकानी पड़ती है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)36
आप फूलों को एकत्रित करने के लिए रुको मत। बढ़ते चलो, आगे बढ़ते चलो, तुम्हारी राह में निरंतर फूल खिलते रहेंगे।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)37
खतरों से बचने की प्रार्थना नहीं करनी चाहिए, बल्कि उनका सामना करने में निडर होना चाहिए।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)38
प्रसन्न बने रहना बहुत सरल है, परन्तु सरल बने रहना बहुत कठिन है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)39
यदि आप इसलिए रोते हैं कि कोई सूरज आपके जीवन से बाहर चला गया है, तो आपके आँसू आपको सितारों को देखने से भी रोकेंगे।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)40
आपकी मूर्ति जब टूट कर धूल में मिल जाती है तो वो इस को साबित करती है कि इश्वर की धूल आपकी मूर्ती से महान है।
- Rabindranath Tagore (रबीन्द्रनाथ टैगोर)